Yes Bank को हाल ही में जापान की बड़ी बैंकिंग कंपनी SMBC ने 25% हिस्सेदारी तक खरीदने की मंजूरी मिल गई है। SMBC अब भारत के प्राइवेट बैंकों में एक बड़ा निवेशक है और उसने 24.99% हिस्सेदारी ले ली है। RBI से मिली अनुमति के बाद, SMBC ने SBI और सात अन्य बैंकों से शेयर खरीदे हैं, जिससे बैंक का शेयर बाज़ार में भी तेजी आई। SMBC ने Yes Bank के बोर्ड में दो नए डायरेक्टर नियुक्त किए, जिससे बैंक को अंतरराष्ट्रीय expertise और नई सोच मिलेगी। फिलहाल, SMBC ने हिस्सेदारी और बढ़ाने की योजना नहीं बताई है, यानी उनके पास और शेयर खरीदने का प्लान नहीं है।
बैंक का ताजा प्रदर्शन और निवेशकों की रुचि
Yes Bank ने दूसरी तिमाही में शानदार रिटर्न दिया है। नेट प्रॉफिट 17% बढ़कर ₹664 करोड़ हो गया और बैंक का NPA भी कम होकर 1.6% रह गया है। शेयर का 52 हफ्ते का हाई ₹24.3 रहा और हाल में इसमें 8% की तेजी भी आई। निवेशकों की रुचि अब ज्यादा है क्योंकि शेयर डिलीवरी वॉल्यूम बढ़ गया है। ऑप्शंस मार्केट में भी activity बढ़ी है—यानि लोग Yes Bank के भरोसेमंद भविष्य के लिए शेयर ले रहे हैं।
SMBC के निवेश से क्या बदलेगा?
SMBC के अधिकारी कहते हैं कि वे नई तकनीक और अनुभव Yes Bank में लाएंगे, जिससे बैंक का कारोबार और मजबूत और आधुनिक बनेगा। Yes Bank को मुनाफे और बिजनेस मॉडल में सुधरने का मौका मिलेगा। साथ ही, नए इंटरनेशनल निवेश से बैलेंस शीट और ब्रांड की विश्वसनीयता भी बेहतर होगी।
अगर कोई बैंक बड़ा होता है और दूसरी देश की कंपनी उसमें पैसा लगाती है, तो उस बैंक का नाम और भी चर्चा में आ जाता है। अब Yes Bank को जापान की SMBC कंपनी भी चलाने का हिस्सा बन गई है। जब अच्छे लोग जुड़ते हैं, तो बैंक और अच्छा होता है और उसके शेयर का भाव बढ़ता है। यही वजह है कि Yes Bank का शेयर अभी बढ़ रहा है और लोग इसमें भरोसा दिखा रहे हैं।
(यह लेख केवल स्वयं के ज्ञान और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। निवेश से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।)
